राजनांदगांव। एनआईईपीआईडी सिकंदराबाद एवं नेशनल ट्रस्ट नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में सीआरसी ठाकुरटोला राजनांदगांव में दिव्यांगजन कौशल व...
राजनांदगांव। एनआईईपीआईडी सिकंदराबाद एवं नेशनल ट्रस्ट नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में सीआरसी ठाकुरटोला राजनांदगांव में दिव्यांगजन कौशल विकास, पुनर्वास एवं सशक्तिकरण विषय पर दो दिवसीय क्षेत्रीय पेरेंट्स मीटिंग का आयोजन किया गया। जिसमें छत्तीसगढ़, ओडिशा, मध्यप्रदेश और आंध्रप्रदेश से आए 140 से अधिक अभिभावकों ने भाग लिया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित समाज सेवी कोमल सिंह राजपूत ने कहा कि पेरेंट्स मीटिंग जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से समाज में दिव्यांगजनों के प्रति जागरूकता बढ़ती है। उन्होंने बताया कि शासन द्वारा दिव्यांगजनों के कल्याण के लिए विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही है। इस अवसर पर सीआरसी के दिव्यांग विद्यार्थियों ने सांकेतिक भाषा में राष्ट्रगान प्रस्तुत कर सभी को भाव-विभोर किया। इसके बाद बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में नृत्य एवं गीतों की प्रस्तुति दी। बैठक के दौरान जरूरतमंदों को सहायक उपकरणों का वितरण किया गया।
बैठक के दूसरे सत्र में विभिन्न विशेषज्ञों ने अभिभावकों को दिव्यांगजनों के विकास से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी दी। निदेशक सीआरसी राजनांदगांव स्मिता महोबिया द्वारा न्यूरो डेवलपमेंटल विकारों में भाषा के संबंध में, बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. पुखराज बाफना द्वारा प्रारंभिक हस्तक्षेप का महत्व, विशेष शिक्षा विशेषज्ञ किशनलाल बैरवा द्वारा आरपीडब्ल्यूडी अधिनियम 2016 के तहत अधिकार एवं समावेशन, एनआईईपीआईडी जी श्रीनिवासुलु द्वारा व्यावसायिक प्रशिक्षण एवं स्वरोजगार के अवसर, क्लिनिकल साइकोलॉजी विशेषज्ञ प्रशांत मेश्राम द्वारा अभिभावकों के मानसिक स्वास्थ्य हेतु रणनीतियां के संबंध में जानकारी दी गई।
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