जगदलपुर। कलेक्टर विजय दयाराम के. ने कहा कि आजीविका का एक मुहिम के लिए रबर प्लांटेशन को बढ़ावा दिया जाने की पहल की जा रही है। बस्तर का वाताव...
जगदलपुर। कलेक्टर विजय दयाराम के. ने कहा कि आजीविका का एक मुहिम के लिए रबर प्लांटेशन को बढ़ावा दिया जाने की पहल की जा रही है। बस्तर का वातावरण रबर प्लाटेशन के लिए उपयुक्त है, साथ ही सरकार की मंशा है रबर जैसे व्यावसायिक उत्पाद को बढ़ावा देना है। रबर की खेती में पौधे बड़े होने में लगभग पाँच साल लगेंगे इसके बाद हर वर्ष लाखों की आमदनी होने की संभावना है इसीलिए केंद्र सरकार की रबर बोर्ड इसके लिए भारतवर्ष में कार्य कर रही है। बस्तर में पिछले वर्ष डिलमिली क्षेत्र में और कृषि कॉलेज के परिसर में रबर प्लांटेशन किया गया। आज सरगीपाल के लगभग ढाई एकड़ जमीन में करीब 4 सौ पौधे का रोपण किया गया। गांव के चयनित जगह पर रबर पेड़ की खेती में ज्यादा से ज्यादा महिला समूह को जोड़ना है। इसके अलावा स्वतंत्र व्यक्ति भी अपने खेत रबर के पौधे भी लगा सकते है। पौधे बड़े होने पर इससे निकलने वाले रबर की खरीदी के लिये कम्पनियाँ आकर ले जाएगी।
जिला प्रशासन की पहल पर रबर बोर्ड और उद्यानिकी विभाग के समन्वय से जिले में दस हजार रबर के उत्पादन हेतु पौधारोपण किया जा रहा है। रबर के उत्पादन हेतु पौधारोपण का पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में सरगीपाल में किया। इसके लिए सभी विकासखंड में जमीन का चिन्हांकन किया गया है। कार्यक्रम में सरपंच चंपा नाग, जिला पंचायत सदस्य धरमूराम मंडावी ने संबोधित करते हुए कहा कि रबर प्लांटेशन को गांव की महिला समूह द्वारा सुरक्षित कर आगामी पांच साल बाद लाखों रुपए की आमदनी का जरिया बनेगा। रबर बोर्ड के अधिकारियों ने रबर की उत्पादन से होने वाले लाभ के बारे भी जानकारी दी। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ प्रकाश सर्वे, वन मण्डलाधिकारी उत्तम गुप्ता, अपर कलेक्टर सीपी बघेल, उद्यानिकी विभाग के सुरेश ठाकुर, रबर बोर्ड के अधिकारी सहित सभी जिला अधिकारी, ग्रामीणजन, महिला समूह के सदस्य उपस्थित थे।
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