नई दिल्ली। वक्फ बोर्ड बिल को लेकर संसदीय संयुक्त समिति की गुरुवार को हुई बैठक हंगामे के कारण खत्म हो गई. इस बिल को लेकर मुंबई के बड़े होटल म...
नई दिल्ली। वक्फ बोर्ड बिल को लेकर संसदीय संयुक्त समिति की गुरुवार को हुई बैठक हंगामे के कारण खत्म हो गई. इस बिल को लेकर मुंबई के बड़े होटल में बैठक चल रही थी. बताया जा रहा है कि इस बैठक के दौरान विपक्षी दलों के सदस्य अपना विरोध जताने के बाद मीटिंग से उठकर बाहर चले गए. इस बैठक के दौरान शिवसेना के सांसद और सदस्य नरेश म्हस्के और टीएमसी के कल्याण बनर्जी के बीच जोरदार बहस हुई. बहस की शुरुआत उस वक्त हुई जब गुलशन फाउंडेशन की ओर से सुझाव पेश किए जाने के दौरान कल्याण बनर्जी ने विरोध जताया. इसके बाद बनर्जी ने उन्हें रोकने की कोशिश की. आपको बता दें कि गुलशन फाउंडेशन वक्फ बिल का समर्थन कर रहा था. वहीं, नरेश म्हस्के ने कल्याण बनर्जी को रोकने की कोशिश की. दोनों पक्षों में माहौल गरमाने के बाद समिति के अध्यक्ष ने भी उन्हें रोकने की कोशिश की. आखिरकार सभी विपक्षी दलों के प्रतिनिधी ने विरोध जताते हुए बैठक से बाहर निकल गए.
आपको बता दें कि वक्फ बिल को लेकर बनाई गई जेपीसी को कुछ समय पहले लाखों-करोड़ों की संख्या में पत्र मिले थे. और इसे लेकर जेपीसी के सदस्य निशिकांत दुबे ने चिंता व्यक्त की थी. समिति के अध्यक्ष जगदंबिका पाल को पत्र लिखकर उन्होंने बताया था कि अब तक वक्फ समिति को एक करोड़ पच्चीस लाख पत्र मिले हैं. इसके पीछे उन्हें एक परेशान करने वाला ढर्रा नजर आ रहा है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. संभवत दुनियाभर में किसी संसदीय समिति को इतनी बड़ी संख्या में पत्र नहीं मिले होंगे और इस वजह से उनका मानना है कि इसकी जांच होनी जरूरी है.
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