नई दिल्ली/गुवाहाटी/गंगटोक. पूर्वोत्तर राज्यों में लगातार बारिश और भूस्खलन से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।?असम में लगातार हो रही बारिश के ...
नई दिल्ली/गुवाहाटी/गंगटोक. पूर्वोत्तर राज्यों में लगातार बारिश और भूस्खलन से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।?असम में लगातार हो रही बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। राज्य के करीमगंज जिले के बदुरपुर इलाके में मंगलवार की रात भूस्खलन के कारण एक ही परिवार पांच लोगों की मौत हो गई, जिनमें तीन नाबालिग थे। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के ताजा आंकड़ों के अनुसार राज्य के 15 जिलों के 470 गांवों बाढ़ में डूबे हुए हैं। अभी तक बाढ़ से 1.61 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। मंगलवार को हैलाकांदी में बाढ़ के कारण एक व्यक्ति की मौत हो गई। बाढ़ में अब तक 26 लोगों की मौत हो चुकी है। बाढ़ का सबसे ज्यादा असर करीमगंज जिले में हुआ है। अधिकारियों के मुताबिक, विभिन्न राजस्व चक्रों में 40 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं। इन शिविरों में करीब 12,000 लोगों ने शरण ले रखी है। अरुणाचल प्रदेश में लगातार बारिश के कारण प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में भूस्खलन और बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। ईटानगर में कई स्थानों पर भूस्खलन हुआ, दोइमुक-पोतिन रोड और ईटानगर-यूपिया रोड के कई हिस्सों में जलभराव की सूचना है। पिछले कई दिनों से चुंगथांग और मंगन के लाचुंग में फंसे 158 पर्यटकों को बुधवार को सुरक्षित निकाल गया। पिछले तीन दिनों में यहां से 1,447 पर्यटकों को निकाला गया। वहीं, सिक्किम के सांसद इंद्रर हांग सुब्बा ने नुकसान का आकलन करने, भूस्खलन के बाद राहत गतिविधियों के समन्वय के लिए अधिकारियों के साथ बैठक की।
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