सूरजपुर। स्थ्य के प्रति जागरूकता लाने के लिए विभिन्न प्रकार की बैठकों का आयोजन नियमित रूप से आयुष्मान आरोग्य मंदिर के प्रभारी सामुदायिक स्...
सूरजपुर। स्थ्य के प्रति जागरूकता लाने के लिए विभिन्न प्रकार की बैठकों का आयोजन नियमित रूप से आयुष्मान आरोग्य मंदिर के प्रभारी सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी के नेतृत्व में किया जाता है। इस तारतम्य में एक बैठक का आयोजन विगत दिनों सीएचओ अंजना तिर्की एवं पिरामल फाऊंडेशन के जिला अधिकारी महेन्द्र तिवारी एवं जिला कार्यक्रम समन्वयक राज नारायण द्विवेदी के उपस्थित में सम्पन्न हुआ।
पारा-टोला-मुहल्ला अनुसार टीबी रोग की समीक्षा किया गया। इस अवसर पर महेन्द्र तिवारी ने कहा कि आज से तीन वर्ष पूर्व तक जिन मुहल्ले में टीबी के केश मिले हैं उनके आसपास सम्भावित लक्षण वाले व्यक्तियों का जांच अनिवार्य रूप से करना चाहिए। मितानिन प्रशिक्षिका ने कहा कि घोड़ाबुड़ा में विशेष रूप से फोकस करने की जरूरत है। पंचायत स्तर पर टीबी का माइक्रोप्लान सरपंच के नेत्रित्व में बनाने से ज्यादा लाभ होगा।
अंजना तिर्की ने कहा की टीबी मुक्त पंचायत के मापदंडों को जनप्रतिनिधियों को बताने की आवश्यकता है। सचिवालय दिवस में भी टीबी पर चर्चा होने से लोग जागरूक होंगे। पिरामल फाऊंडेशन के जिला कार्यक्रम समन्वयक राज नारायण द्विवेदी ने कहा कि वैसे परिवारों को चिन्हित करना जो टीबी के दवा खाकर क्योर हो चुकें हैं उन्हें ग्राम सभा में अनुभव बताने का अवसर मिले तो लोग इधर-उधर नहीं भटकेंगे। सीधा अस्पताल आयेंगे और जांच करायेंगे।
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