धमतरी। जल संरक्षण को बढ़ावा देने जिले में नारी शक्ति से जल शक्ति अभियान के तहत जिले में जल जगार उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। मगरलोड विकास...
धमतरी। जल संरक्षण को बढ़ावा देने जिले में नारी शक्ति से जल शक्ति अभियान के तहत जिले में जल जगार उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। मगरलोड विकासखण्ड के ग्राम करेली बड़ी में जल जगार उत्सव में जल संकट पैदा करने वाले कारण और जल संरक्षण के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई। बताया गया कि जब तक जल सुरक्षित है, त तक कल सुरक्षित है। इसे ध्यान में रखते हुए आज के परिवेश में जल का संरक्षण करना प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी है। जल संकट पैदा करने वाले कारणों में वृक्षों की अंधाधुंध कटई, नदी तालाबों के किनारे अतिक्रमण, बोरवेल से आवश्यकता से अधिक जल का दोहन, नल को खुला छोड़ देना और वर्षा जल को संचयन नहीं करना है। जल संरक्षण करने के उपायों के बारे में बताया गया कि सघन वृक्षारोपण, फार्म पॉन्ड, डबरी, सोख्ता निर्माण, नदी नालों की सफाई, चेक डेम, स्टॉप डेम व तालाबों का निर्माण सहित रूफटॉप स्ट्रक्चर एवं वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम से भूजल स्तर बढ़ता है और जल संरक्षित किया जा सकता है।
करेली बड़ी में आयोजित कार्यक्रम में बच्चों द्वारा नुक्कड़ नाटक के जरिए पानी के महत्व को बताया गया। वहीं जल प्रहरी के तौर पर कार्य कर रहीं सक्रिय महिलाओं को कप और पॉम्पलेट प्रदाय कर सम्मानित किया गया। इनमें साैंगा की प्रेमिन निषाद और नवागांव (बु) की मानकुंवर बाई शामिल है। बता दें कि गांवों में जल प्रदरी के तौर पर नियुक्त ये महिलाएं गांव एवं आसपास जल संरक्षण के लिए लोगों को प्रेरित करेंगे। इसके साथ ही वृक्षारोपण करने, रूफटॉप स्ट्रक्चर, वाटर हावेस्टिंग सिस्टम, वेस्ट वाटर हार्वेस्टिंग की जानकारी देंगे और इसे घरों में एव आसपास लगाने के लिए प्रोत्साहित करेंगी। कार्यक्रम में उपस्थित ग्रामीणों और अधिकारी-कर्मचारियों ने जल संरक्षित करने की शपथ ली और पानी को बचाने हरसंभव प्रयास करने की बात एकस्वर में कही। इस अवसर पर वाटर हीरो जल प्रहरी नीरज वानखेड़े ने जल संरक्षण के लिए रूफटॉप स्ट्रक्चर, वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम आदि की जानकारी दी। कार्यक्रम में सभी ने एकसाथ मिलकर पानी सुरक्षित करने की शपथ ली।
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