रायपुर । विद्यार्थियों को शैक्षणिक प्रतिस्पर्धा में सर्व प्रथम होने का मानसिक दबाव देने की जगह पालकों व शिक्षकों को उनकी नैसर्गिक प्रतिभा के...
रायपुर । विद्यार्थियों को शैक्षणिक प्रतिस्पर्धा में सर्व प्रथम होने का मानसिक दबाव देने की जगह पालकों व शिक्षकों को उनकी नैसर्गिक प्रतिभा के बल पर निश्चिंत भाव से आगे बढ़ने की प्रेरणा देकर सर्वश्रेष्ठ नागरिक के तौर पर पहचान बनाने की दिशा में स्कूल व परिवार को एक साथ मिलकर काम करना चाहिए। असफलताएं हमेशा उम्मीद व सफलता के नए अध्याय की पहली सीढ़ी होती है, इसलिए किसी भी बच्चे की असफलता को उनके श्रेष्ठता का मापदंड नहीं माना चाहिए। उक्ताशय के उद्गार रायपुर जिला कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह ने शहीद स्मारक ऑडिटोरियम के खचाखच भरे हॉल में “पैरेंट्स मीट“ में व्यक्त किया। स्कूल शिक्षा विभाग ने रायपुर के विद्यार्थियों को दिशा देने पालकों के साथ यह संवाद विशेष तौर पर आयोजित किया था।
कलेक्टर डॉ. सिंह ने स्कूली विद्यार्थियों के पालकों से लगभग एक घंटे तक संवाद किया और बच्चों के मनोविज्ञान, उनके समग्र विकास, चुनौतियों से जूझने की प्रवृत्तियों पर गहनता से विचार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि श्रेष्ठता अंक आधारित न होकर व्यक्तित्व आधारित होना चाहिए, जिससे कि विद्यार्थी अपने सकारात्मक पक्षों को आगे लेकर जीवन की चुनौतियों को पार करने की राह स्वयं निकाल सके। उन्होंने कहा कि आधुनिक तकनीक के युग में बच्चों के समक्ष सूचनाओं के स्त्रोत असीमित है, ऐसे में सदाचार, आत्मानुशासन व सत्यनिष्ठ प्रयासों से आगे बढ़ने की प्रेरणा घर की दहलीज़ से स्कूल की कक्षाओं में एक समान मिलनी चाहिए। इस संवाद कार्यक्रम में नगर निगम कमिश्नर अबिनाश मिश्रा, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विश्वदीप, जिला शिक्षा अधिकारी विजय खंडेलवाल सहित 700 से भी अधिक शिक्षक व पालक उपस्थित थे।
आसन्न लोकसभा निर्वाचन के संबंध में चर्चा करते हुए उन्होंने सभी से मतदान की अपील करते हुए कहा कि भारतीय लोकतंत्र में आम नागरिकों को मतदान का अधिकार लंबे संघर्ष व कई चुनौतियों के बाद मिला है एवं कई महा नायकों को इस हेतु शहादत देनी पड़ी है। मतदान केवल वर्तमान व भविष्य के आयाम निर्धारण का काम नहीं करती, अपितु अतीत में देश में लोकतंत्र के निर्माण में शहादत देने वाले अमर सपूतों को श्रद्धांजलि की जिम्मेदारी होती है, ऐसे में हर नागरिक का दायित्व है कि 07 मई को सबसे पहले मतदान कर देश के प्रति अपनी उत्तरदायित्व का निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि 05 मई को “आओ जाने अपने बूथ को“ कार्यक्रम के तहत प्रातः 8 बजे से 11 बजे तक अपने मतदान केन्द्र का अवलोकन करें एवं वहां उपलब्ध समस्त सुविधाओं से अवगत होकर दूसरों को भी मतदान के लिए प्रेरित करें। संवाद के पश्चात उपस्थित लोगों को कलेक्टर डॉ. सिंह ने मतदान की शपथ दिलाई एवं उपस्थित पालकों ने सारगर्भित उद्बोधन से मार्गदर्शन के लिए कलेक्टर डॉ. सिंह के प्रति आभार व्यक्त किया।
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