जशपुरनगर । जिला मुख्यालय सहित पत्थलगांव, कांसाबेल और कुनकुरी, बगीचा विकासखण्ड में मधुमक्खियों के अनगिनत छत्तों को लेकर आम लोगों के साथ ही ख...
जशपुरनगर । जिला मुख्यालय सहित पत्थलगांव, कांसाबेल और कुनकुरी, बगीचा विकासखण्ड में मधुमक्खियों के अनगिनत छत्तों को लेकर आम लोगों के साथ ही खास लोगों में बढ़ती असुरक्षा को देखते हुए डीएफओ की पहल पर जिला प्रशासन ने महत्त्वपूर्ण कदम उठाए हैं। इसी कड़ी में बुधवार को बगीचा नगरीय क्षेत्र में एसडीएम, सीएमओ एव वन विभाग के अधिकारियों की उपस्थिति में विशेषज्ञों की टीम ने मधुमक्खियों के छत्तों को हटाने का काम शुरू कर दिया है।
कुछ दिन एक्सपर्ट टीम जिले में ही रहेंगे तथा मधुमक्खी छत्ता निकालेंगे। यदि किसी संस्थान या अन्य जगहों में छत्ते हैं और उन्हें निकालना चाहते हैं तो एसडीएम कार्यालय , वन विभाग कार्यालय तथा नगर पंचायत कार्यालय में आवेदन दे सकते हैं जिससे सभी के सहयोग से एक्सपर्ट टीम के द्वारा छत्ते को निकाला जा सके। कोटवार की ड्यूटी लगाई गई है तथा आम नागरिकों से अपील की गई है कि जहां-जहां मधुमक्खी के छत्ते है वहां आग एवं धुआं ना उड़ाए तथा घर के दरवाजे एवं खड़की बंद रखें एवं हमेशा सतर्क रहें।
वनमण्डलाधिकारी जितेन्द्र उपाध्याय ने बताया कि जशपुर जिले में कई विभागीय दफ्तरों और सार्वजिक स्थानों में मधुमक्खियों के बड़े-बड़े छत्ते हैं जिन्हें तकनीकी मार्गदर्शन देते हुए हटाने की प्रक्रिया शुरू किए जाने के लिए आपसी समन्वय बना है। राजस्व, पुलिस, वन विभाग, स्वास्थ्य विभाग और नगरीय क्षेत्र के अधिकारियों के बीच यह तय हुआ है कि जहाँ-जहाँ ऐसे छत्ते हैं वहां के कार्यालयीन प्रमुख स्थानीय अवकाश, स्थानीय परिस्थिति तथा एक्सपर्ट की राय के अनुरूप तिथि तय कर कार्रवाई करना ही सही प्रक्रिया है। जिस दिन छत्ता हटाना है उस दिन आसपास के लोगों को सूचना देकर अलर्ट कर दें। सभी को विशेषज्ञ के संपर्क नम्बर दे दिए गए हैं वहीं मधुमक्खियों के रहन-सहन,उनकी गतिविधियों के साथ उन्हें हटाने के लिए रौनी में दो लोगों की प्रशिक्षित टीम है जिसे वन विभाग की ओर से वर्धा में प्रशिक्षण दिलाया गया है।
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