भिलाई । इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट नई दिल्ली से संबंद्ध छत्तीसगढ जर्नलिस्ट यूनियन द्वारा प्रादेषिशक पत्रकार सम्मेलन एवं सम्मान स...
भिलाई । इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट नई दिल्ली से संबंद्ध छत्तीसगढ जर्नलिस्ट यूनियन द्वारा प्रादेषिशक पत्रकार सम्मेलन एवं सम्मान समारोह का आयोजन रविवार 31 मार्च को सुपेला के निजी होटल में किया गया। जिसके मुख्य अतिथि कुशाभाउ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. बलदेव भाई शर्मा थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता अखिल भारतीय किसान महासंघ के राष्ट्रीय संयोजक डॉ. राजाराम त्रिपाठी ने की। इस अवसर पर विशेष अतिथि के रूप में कल्याण महाविद्यालय के हिन्दी विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ.सुधीर शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक झा एवं एएसपी ट्राफिक सतीश ठाकुर उपस्थित थे। स्वागत भाषण छग जर्नलिस्ट यूनियन के अध्यक्ष ईश्वर दुबे ने दिया एवं कार्यक्रम का संचालन श्रीमती सूचि भवि ने की। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कुशाभाउ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. बदलेव भाई शर्मा ने संबोधित करते हुए कहा कि हम लोग पत्रकार होने के नाते अनेक मुद्दों से अनेक समस्याओं से जुझते रहते हैं। लेकिन कभी ऐसा समय मिले जब हम सब एक भाव से एक मन से बैठकर सुख दुख की बाते करें। ये कार्यक्रम बहुत ही महत्वपूर्ण है,मैं इस संगठन के सभी लोगों को धन्यवाद देता हूं कि आज एक साथ यहां पारिवारिक माहौल में बैठकर इस पारिवारिक मिलन का अवसर दिया है। उन्होनें कबीर की एक दोहे का उदाहरण देते हुए कहा कि लोग खाये और सोये यही सुविधा भोगी है लेकिन कबीर ने कहा था कि हम रात भर जाग जाग कर समाज व लोगों की चिंता कर रात भर रोये। यही स्थिति पत्रकारों की होती है, पत्रकार समाज को जागृत करता है समाज के लिए जीता है, लोगों को न्याय दिलाने के लिए काम करता हैं, देश का चौथा स्तंभ है जब लोगों को शासन प्रशासन से न्याय नही मिलता है तब लोग पत्रकारों के पास ही आते है। कुछ उंचे रसूख व हेलिकॉप्टर वाले पत्रकार अर्थ के लिए एक पक्षीय पत्रकारिता कर सकते हैं लेकिन वास्तव में जो आज गंाव देहात व शहर के पत्रकार ही पत्रकारिता को अहमितय को बरकरार रखे हैं। आज हम पत्रकारों से निश्पक्ष लेखनी की उम्मीद करते है लेकिन समाज पत्रकारों को क्या देता है, इसलिए समाज को उनपर उंगली उठाने का हक नही है। हम पत्रकार है हम अपनी जिम्मेदारी से नही हट सकते हमे हमेशा लोगों के न्याय दिलाने व समाज हित में निरंतर कार्य करना है। हमे ये देखना हेै कि हम किस धरती के लोग है जहां माधव राव स्प्रे,और सरस्वती के संपादक रहे चुके पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी और हिन्दुस्तान के संपादक रह चुके चन्दुलाल चन्द्राकर की इस धरती से है। छत्तीसगढ की पत्रकारिता ने पूरे हिन्दुस्तान के पत्रकारों को अलौकिक किया है। उनके पथ पर चलते हुए उनकी तरह सच्ची पत्रकारिता को बरकरार रखने की महती जवाबदारी अब आप पत्रकारों पर है। कार्यक्रम को अखिल भारतीय किसान महासंघ के राष्ट्रीय संयोजक डॉ. राजाराम पित्राठी एवं कल्याण महाविद्यालय के हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ0 सुधीर शर्मा ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर प्रदेश भर से आये पत्रकारों का सम्मान भी किया गया।
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