बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में स्वच्छ भारत मिशन की एक अच्छी पहल देखने को मिली है, यहां पर राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़ी स्व-सहायता ...
बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में स्वच्छ भारत मिशन की एक अच्छी पहल देखने को मिली है, यहां पर राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़ी स्व-सहायता समूह की महिलाएं ग्रामीण क्षेत्रों में सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग बंद करने के उद्देश्य से बर्तन बैंक का संचालन कर रही हैं, जिससे ग्रामीण महिलाओं को रोजगार के साथ-साथ सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग में भी कमी आएगी, वहीं जिला पंचायत सीईओ श्रीमती रीता यादव का कहना है कि आने वाले समय मे पूरे जिले में बर्तन बैंक की स्थापना की जाएगी।
देश मे सिंगल यूज प्लास्टिक को बंद करने के लिए तरह-तरह के उपाय किये जा रहे हैं इसी के तहत बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में सिंगल यूज प्लास्टिक बंद करने के उद्देश्य से स्टील के बर्तन बैंक की स्थापना की गई है और इसके संचालन की जिम्मेदारी महिला समूह को दी गई, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को रोजगार भी मिल सके, इसी क्रम में जिले के भनौरा गांव में मां संतोषी महिला स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने गांव में ही स्टील के बर्तन बैंक का संचालन कर रही है, जिसमे पंचायत के फंड से स्टील के बर्तनों का पूरा सेट खरीदा गया और ग्रामीण क्षेत्रों में आयोजित होने वाले निजी कार्यक्रमों में स्टील बर्तनों का उपयोग हो सकेगा, जिससे सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग पर कमी आएगी। समूह की महिलाओं का कहना है कि वे पहले घर की चार दिवारी के भीतर ही अपना जीवन-यापन कर रही थी और आर्थिक मदद के लिए अपने परिजनों पर निर्भर हुआ करती थी लेकिन अब स्वच्छ भारत मिशन की पहल पर समूह की महिलाओं द्वारा बर्तन बैंक का संचालन किया जा रहा है और स्वच्छता शुल्क के नाम पर समूह द्वारा बाजार भाव से सस्ते दरों पर आयोजनकर्ता से राशि ली जाएगी, जिससे समूह की महिलाओं की आमदनी बढ़ेगी, वही समूह द्वारा संचालित बर्तन बैंक की सराहना ग्रामीण भी करते नजर आ रहे है इधर बर्तन बैंक को लेकर जिला पंचायत सीईओ का कहना है की ग्रामीण क्षेत्रों में सिंगल यूज प्लास्टिक पर रोक लगाने के लिए अभी एक गांव से स्टील के बर्तन बैंक की शुरुआत की गई है और आने वाले समय में इस तरह से बर्तन बैंक का संचालन पूरे जिले में भी किया जाएगा।
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