प्रदेश के स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारीयो के कार्य दायित्व के संबंध में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संचालक द्वारा निर्देश जारी किए गए है जिसस...
प्रदेश के स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारीयो के कार्य दायित्व के संबंध में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संचालक द्वारा निर्देश जारी किए गए है जिससे प्रदेश के स्वास्थ्य कर्मियों ने नाराजगी जाहिर किया है।
प्रदेश के नियमित स्वास्थ्य संयोजको ने कहा है की संचालक स्वास्थ्य सेवाए द्वारा पूर्व में कार्यदयित्व के संबध में दिशा निर्देश जारी किए गए है जिसका पालन प्रदेश के स्वास्थ्य कर्मचारी नियमित रूप से कर रहे है, किंतु हाल ही में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संचालक द्वारा फिर से नया कार्य दायित्व ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक के लिए जारी किया है, जो की त्रुटि पूर्ण है और संविदा कर्मचारियों को उप स्वास्थ्य केंद्र का वित्तीय प्रभार सौंपने वाला आदेश राज्य शासन के नियमो के खिलाफ है।
स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष टार्जन गुप्ता और प्रदेश सचिव प्रवीण ढीडवंशी ने बताया की उप स्वास्थ्य केंद्र के समस्त वित्तीय प्रभार सी एच ओ को सौंपने के निर्देश जारी किए गए है ,चूंकि सी एच ओ एक संविदा कर्मचारी है जिसका कार्यकाल १ वर्ष के लिए होता है और
आवश्यकतानुसार कार्यकाल को बढ़ाया जाता है, छ ग शासन द्वारा पूर्व में सभी विभाग के लिए आदेश जारी किया गया है की किसी भी संविदा अधिकारी कर्मचारी को वित्तीय आहरण और संवितरण के प्रभार नही दिया जाना है फिर भी उप स्वास्थ्य केंद्र के वित्तीय प्रभार नियमित कर्मचारी ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक से लेकर संविदा कर्मचारी सी एच ओ को देने के निर्देश जारी किए गए है, जिसका स्वास्थ्य कर्मी विरोध कर रहे है। प्रदेश उपाध्यक्ष श्री हरीश जायसवाल जी द्वारा बताया गया की मिशन संचालक द्वारा ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजकों को ऑनलाइन डाटा एंट्री का कार्य करने के लिए निर्देश जारी किए गए है जबकि ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक नर्सिंग संवर्ग के कर्मचारी है, कंप्यूटर ज्ञान या डाटा एंट्री संबंधी जानकारी का अभाव है , जिसके संबंध में संचालक स्वास्थ्य सेवाए द्वारा पूर्वानुसार पीए डीए के माध्यम से ऑनलाइन डाटा एंट्री कार्य करवाने हेतु निर्देशित किया गया है। स्वास्थ्य संयोजकों द्वारा किए गए अनिश्चितकालीन हड़ताल में भी ऑनलाइन डाटा एंट्री का कार्य प्रशिक्षित पीए डीए के द्वारा कराए जाने की मांग उठी थी जिस पर संचालक स्वास्थ्य सेवाए ने निर्देशित भी किया है। प्रदेश के उप स्वास्थ्य केंद्र/ हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के प्रभारी वहां पदस्थ नियमित कर्मचारी ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक महिला होती है , जिसको बदलकर संविदा कर्मचारी सी एच ओ को बनाया जा रहा है, इस तरह से वर्षो से सेवा देने वाले कर्मचारियों को प्रभारी से हटाकर संविदा कर्मचारी को प्रभार देना समझ से परे है, सी एच ओ संविदा कर्मचारी है और समकक्ष तृतीय वर्ग की कर्मचारी है उसके बावजूद उनको प्रभारी बनाया जाना और समस्त प्रभार देना राज्य शासन के नियमो की अवहेलना है । पूर्व में जारी दिशानिर्देश में सी एच ओ के साथ समन्वय स्थापित कर कार्य करना जारी किया गया था किंतु वर्तमान में जारी आदेश के कारण प्रदेश के हजारों स्वास्थ्य कर्मियों में आक्रोश का माहौल है , एवं जिस प्रकार से RHO महिला/ पुरुष हेतु कार्य एवं दिशा निर्देश मिशन संचालक द्वारा निकाला गया है उसी प्रकार से माशिक़ मानदेय CHO को 15000 रुपये दिए जा रहे है उसी तरह से RHO महिला /पुरुष के लिए भी मानदेय 15000 माशिक़ प्रदाय करने का आदेश भी जारी किया जायें अन्यथा RHO महिला / पुरुष द्वारा मिशन संचालक के कर्मचारी विरोधी आदेशों का विरोध किया जाएगा ,प्रदेश के आई टी सेल प्रभारी सुरेश पटेल ने बताया की जिसके विरोध में पूरे प्रदेश में मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी को प्रमुख सचिव स्वास्थ्य और संचालक स्वास्थ्य सेवाएं के नाम से ज्ञापन सौंपा जाएगा, संविदा कर्मचारी को प्रभार संबधी आदेश निरस्त नही होने की स्थिति में उग्र आंदोलन भी किया जायेगा। साथ ही यह भी मांग की जाएगी की राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संचालक द्वारा जारी प्रभार और कार्यदायित्त्व संबधी आदेश राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत नियुक्त कर्मचारियों के लिए हो।
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