राजधानी रायपुर के एक निजी होटल में आयोजित किसान सम्मेलन और पुरस्कार समारोह के समापन अवसर पर प्रदेश के कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि ...
राजधानी रायपुर के एक निजी होटल में आयोजित किसान सम्मेलन और पुरस्कार समारोह के समापन अवसर पर प्रदेश के कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में किसानों और गरीबों के लिये योजनाये बनाई जा रही है। किसानों और गरीबों के हित में उठाये गये कल्याणकारी योजनाओं का ही परिणाम है कि छत्तीसगढ़ की योजनाओं की सर्वत्र प्रशंसा हो रही है। छत्तीसगढ़ के कृषि मॉडल को अपनाया जा रहा है। इन योजनाओं से ही राज्य का तेजी से विकास हो रहा है। किसान और गरीब आर्थिक रूप से समृद्ध बनकर सम्मान के साथ बेहतर जीवनयापन कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि नवोदित राज्य होने के बावजूद भी छत्तीसगढ़ में विकास की अपार संभावनाये हैं। राज्य बनने के पूर्व हमने जो खुशहाल राज्य बनने का सपना देखा था, उस दिशा में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में काम हो रहा है।
सम्मेलन में कृषि मंत्री श्री चौबे ने कहा कि सरकार बनने के साथ मुख्यमंत्री ने जो वादा किया था उसे पूरा किया गया। उनके नेतृत्व में खरीफ में फसल का उत्पादन बढ़कर 1 लाख 58 हजार मीट्रिक टन हो गया है। किसानों का कर्ज माफ करने के साथ ही उनके नेतृत्व में किसानों की संख्या बढ़ गई है। खेतों में उत्पादन बढ़ गया है। मंत्री श्री चौबे ने कहा कि वर्तमान में 1 करोड़ 5 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य है। लगभग 27 हजार करोड़ रुपये धान खरीदने में खर्च की जायेगी। उन्होंने कहा कि समर्थन मूल्य में धान खरीदी के अलावा राजीव गांधी किसान न्याय योजना लागू कर किसानों को लाभान्वित किया जा रहा है। सिंचाई के क्षेत्र में विस्तार के लिये भी अनेक योजनाएं बनाई गई है। हमारी सकार कृषि के अलावा उद्यानिकी, पशुपालन क्षेत्र में विकास के लिये भी काम कर रही है। इस दिशा में महाविद्यालय की स्थापना के अलावा अनुसंधान को बढ़ावा देने का काम किया जा रहा है। मंत्री श्री चौबे ने कहा कि गोधन न्याय योजना पशुपालकांे सहित महिला स्व-सहायता समूहों और गरीबों के जीवन में बड़ा बदलाव ला रहा है। इससे जैविक खेती को भी बढ़ावा मिल रहा है। उन्होंने गोधन न्याय योजना के विषय में आगे बताया कि संसदीय समिति के अलावा अन्य कई कमेटी से भी गोधन न्याय योजना को प्रशंसा मिली है। उन्होंने सम्मेलन में बताया कि 11 हजार ग्राम पंचायतों में 7777 गोठान बनाये गये हैं। 5500 गौ-पालकों से गोबर खरीदी की गई है, और 114 करोड़ रुपये उनके खाते में डाले गये हैं। गोठानों में तैयार वर्मी कम्पोस्ट से किसानों और स्व सहायता समूह की महिलाओं को लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार फूड प्रोसेसिंग प्लांट सहित रूरल इंडस्ट्रियल पार्क बनाने की दिशा में कार्य कर रही है। इससे गोठानों में तैयार उत्पादों को बेचकर आसानी से आमदनी जुटाई जा सकेगी। मंत्री श्री चौबे ने कहा कि जल्दी ही राजीव गांधी भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना प्रारंभ की जायेगी। इस योजना से गरीब और भूमिहीन परिवारों को लाभान्वित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी किसान न्याय योजना हो या गोधन न्याय योजना, इससे किसानों और गरीबों को लाभ हो रहा है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में बनाई जा रही अन्य योजनाओं से जैविक खेती को बढ़ावा मिलने के साथ प्रदेश के किसानों को भी फायदा मिल रहा है।इस अवसर कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. कमलप्रीत सिंह, गोधन न्याय मिशन के प्रबंध संचालक डॉ. एस. भारतीदासन, संचालक कृषि श्री यशवंत कुमार, मुख्यमंत्री के कृषि सलाहकार श्री प्रदीप शर्मा सहित अन्य अधिकारी एवं बड़ी संख्या में किसानगण उपस्थित थे।
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