यात्रियों को सुरक्षित और सुगम सेवाएं देना रेलवे की प्रायॉरिटी रहती है. यात्री सुरक्षित तरीके से अपने गंतव्य तक पहुंचे, इसके लिए रेलवे अपनी...
यात्रियों को सुरक्षित और सुगम सेवाएं देना रेलवे की प्रायॉरिटी रहती है. यात्री सुरक्षित तरीके से अपने गंतव्य तक पहुंचे, इसके लिए रेलवे अपनी तरफ से पूरी कोशिश भी करती है. बता दें कि ट्रेन में किसी भी तरह के ज्वलनशील पदार्थ जैसे पेट्रोल, केरोसीन तेल, गैस सिलेंडर, पटाखे, बीड़ी-सिगरेट, स्टोव आदि लेकर यात्रा करना अपराध है. ऐसा करने वाले यात्रियों के खिलाफ भारतीय रेल अधिनियम 1989 की धारा 164 के तहत 3 साल की जेल और 1000 रुपये तक का जुर्माना भी लग सकता है.
भारतीय रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे अपनी यात्रा के दौरान किसी भी तरह के ज्वलनशील पदार्थ लेकर न जाएं और दूसरों को भी न ले जाने दें. यदि किसी यात्री को सहयात्री के पास ज्वलनशील पदार्थ होने की जानकारी है तो वह तुरंत टीटीई, आरपीएफ स्टाफ या गार्ड को सूचना दे सकता है. इसके अलावा रेलवे की हेल्पलाइन नंबर 139 पर भी कॉल कर ऐसे यात्री की जानकारी दी जा सकती है.
बीते शुक्रवार को उधमपुर-दुर्ग एक्सप्रेस में लगी थी भीषण आग
जम्मू के उधमपुर से छत्तीसगढ़ के दुर्ग के बीच चलने वाली गाड़ी संख्या 20848 उधमपुर-दुर्ग एक्सप्रेस में शुक्रवार, 26 नवंबर को भीषण आग लग गई थी. ट्रेन जब मध्य प्रदेश के मुरैना से गुजर रही थी, तभी ट्रेन के दो एसी कोच में आग लग गई थी. पहले ये आग सिर्फ एक कोच में लगी थी, जिसके बाद ये फैलते हुए साथ में लगे दूसरे कोच तक पहुंच गई. ट्रेन में लगी इस भयानक आग की वजह से बोगी नंबर ए 1 और ए 2 पूरी तरह से जलकर खाक हो गए थे.
भारतीय रेलवे के सीनियर अधिकारी, उधमपुर-दुर्ग एक्सप्रेस में लगी आग की जांच में जुटे हुए हैं. लेकिन अभी तक आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है. हालांकि, अधिकारियों का मानना है कि किसी यात्री ने सिगरेट पीकर टॉयलेट में फेक दिया होगा, जिसकी वजह से टॉयलेट में आग भड़क गई और धीरे-धीरे पूरी बोगी को अपनी चपेट में ले लिया और फिर दूसरी बोगी तक भी फैल गई.
यात्रियों का लाखों का सामान जलकर हुआ खाक
बताते चलें कि इस भयानक हादसे में किसी यात्री की जान नहीं गई. एसी कोच में आग लगने के बाद यात्रियों ने खिड़कियों से कूदकर जैसे-तैसे अपनी जान बचा ली. हादसे की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची दमकल की गाड़ियों ने आग पर काबू तो पा लिया लेकिन तब तक ट्रेन के दो एसी कोच पूरी तरह से जलकर खाक हो गए और यात्रियों का लाखों का सामान भी राख में तब्दील हो गया.
इस हादसे की वजह से रेलवे के साथ-साथ ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों को भी भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ट्रेन के जिन दो बोगियों में आग लगी थी, उनमें 50 से भी ज्यादा यात्री सफर कर रहे थे. सभी यात्रियों के पास मौजूद सामान की वैल्यू 20 लाख रुपये से भी ज्यादा बताई जा रही है. जिनमें कीमती सामान, नकद पैसे, और ज्वैलरी भी शामिल थी.
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