छत्तीसगढ़ के समस्त फ़ार्मासिस्टों (दवा विशेसज्ञ) से अपील अपने अधिकार के लिए आघे आओ नौ साल हो चुके ऐम्स रायपुर खुले लेकिन आज तक एक भी फ़ार्...
छत्तीसगढ़ के समस्त फ़ार्मासिस्टों (दवा विशेसज्ञ) से अपील अपने अधिकार के लिए आघे आओ नौ साल हो चुके ऐम्स रायपुर खुले लेकिन आज तक एक भी फ़ार्मासिस्ट की नियमित भर्ती नहीं की गई है । 32 सूपरस्पेसिलीटी विभागों वाले इतने बड़े अस्पताल में फ़ार्मासिस्ट का काम वार्ड ब्वाय और नर्स से करवाया जाता है । शर्म की बात है राज्य में 20 हज़ार से अधिक पंजीकृत फ़ार्मासिस्ट हैं लेकिन न तो राज्य सरकार वेकेंसी निकालती है और न ही AIIMS प्रबंधन । उल्टा संविदा में कार्यरत फ़ार्मासिस्ट को अकारण नौकरी से निकाल दिया जाता है । aiims की तानाशाही नहीं चलेगी ।
एआईआईएमएस रायपुर प्रबंधन के तानाशाही रवैए के ख़िलाफ़ इंडियन फ़ार्मासिस्ट असोसिएशन के द्वारा मानव श्रृंखला बनाकर प्रदर्शन। इंडियन फ़ार्मासिस्ट एसोसिएशन (IPA) का आरोप है कि विगत कई वर्षों से रायपुर AIIMS में फ़ार्मासिस्ट की नियमित भर्ती करने, ड्रग इन्फ़र्मेशन सेंटर ( DIC ) शुरू करने एवं DIC में फ़ार्मासिस्ट नियुक्त करने के साथ ही फ़ार्मेकोविजिलेंस विभाग शुरू करने, AIIMS परिसर में जन औषधि दवा दुकान खोलने आदि की माँग की जा रही है, लेकिन AIIMS रायपुर प्रबंधन एक भी माँग पूरी नहीं करता है ।
पिछले दिनों प्रबंधन से उक्त विषयों को लेकर पैनल मीटिंग हुई थी लेकिन भर्तियाँ करने के बजाय उल्टा संविदा फ़ार्मासिस्ट को बिना कोई कारण नौकरी से निकाल दिया गया। इसका कारण उप निदेशक से जानना चाहा तब उनके द्वारा निकाले गए कर्मचारी फ़ार्मासिस्ट को Aiims Deputy Director Anshuman gupta ji ne IPA से त्यागपत्र देने, IPA के द्वारा माफ़ीनामा पत्र लिखने पर दोबारा नौकरी पर रखने की बात कही गई।इन बातों से नाराज़ इंडियन फार्मासिस्ट एसोसिएशन मोर्चा खोल दिया है।
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