मेघा तिवारी की रिपोर्ट,नई दिल्ली। कोरोना की दूसरी लहर की रफ्तार अब कम होते दिख रही है। ऐसे स्थिति में ज्यादातर राज्यों में माल, रेस्टोरेंट, ...
मेघा तिवारी की रिपोर्ट,नई दिल्ली। कोरोना की दूसरी लहर की रफ्तार अब कम होते दिख रही है। ऐसे स्थिति में ज्यादातर राज्यों में माल, रेस्टोरेंट, पार्क आदि को खोल दिया गया है। वहीं स्कूल, कालेज सहित सभी शैक्षणिक संस्थानों को अभी भी बंद रखा गया है। इन्हें जल्द खोलने की तैयारी है। माना जा रहा है कि जुलाई में कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा के बाद शैक्षणिक संस्थानों को दाखिले और परीक्षा इत्यादि के लिए खोलने की अनुमति दी जा सकती है। फिलहाल राज्यों से इस संबंध में राय ली जा रही है।
राज्यों को भी स्थिति देखकर निर्णय लेने की छूट दी गई है। यह पहल इसलिए भी तेज की गई है, क्योंकि जुलाई और अगस्त में इंजीनियरिंग में दाखिले के लिए जेईई मेन की लंबित दो परीक्षाओं और मेडिकल में दाखिले से जुड़ी नीट परीक्षा कराने की तैयारी है। इसके ज्यादातर परीक्षा केंद्र शैक्षणिक संस्थान ही होते हैं। यह पहल उस समय शुरू की गई है, जब तेलंगाना और बिहार समेत कई राज्यों ने जुलाई से शिक्षण संस्थानों को खोलने का एलान किया है। इस बीच केंद्रीय विद्यालय संगठन और नवोदय विद्यालय संगठन जिस योजना पर काम कर रहे हैं, उनमें पहले नौवीं से बारहवीं तक के बच्चों को बुलाया जाएगा। वहीं केंद्रीय विश्वविद्यालय सहित दूसरे उच्च शिक्षण संस्थान में अंतिम वर्ष और शोध से जुड़े छात्रों को बुलाया जाएगा। गौरतलब है कि कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों पर सबसे ज्यादा खतरे की आशंका जताई जा रही है।
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