गाजीपुर बॉर्डर, 4 फरवरी | कृषि कानूनों पर दिल्ली की सीमाओं पर बीते दो महीने से अधिक समय से किसानों का विरोध जारी है। ऐसे में लगातार बॉर्ड...
गाजीपुर बॉर्डर, 4 फरवरी | कृषि कानूनों पर दिल्ली की सीमाओं पर बीते दो महीने से अधिक समय से किसानों का विरोध जारी है। ऐसे में लगातार बॉर्डर पर राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के पहुचने का सिलसिला जारी है। गुरुवार सुबह गाजीपुर बॉर्डर पर विपक्षी नेताओं का दल किसानों ने मिलने पहुंचा। लेकिन दिल्ली पुलिस ने उन्हें किसानों से मिलने की इजाजत नहीं दी। दिल्ली पुलिस के विपक्षी नेताओं को किसानों से मिलने नहीं देने से नेताओं में काफी आक्रोश है। नेताओं ने पुलिस से किसानों से मिलने के लिए कई बार कहा, लेकिन दिल्ली पुलिस ने एक नहीं सुनी।
मजबूरन विपक्षी दलों के नेताओं को बॉर्डर से वापस जाना पड़ा।
जब दिल्ली पुलिस ने सभी नेताओं को किसानों से नहीं मिलने दिया, तो एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने आईएएनएस से कहा कि, दिल्ली पुलिस ने हमें किसानों से मिलने के लिए रोका है, हम इस मुद्दे को स्पीकर के सामने उठाएंगे।
विपक्षी नेताओं के इस प्रतिनिधिमंडल में एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले, डीएमके सांसद कनिमोझी, एसएडी सांसद हरसिमरत कौर बादल और टीएमसी सांसद सौगत रॉय समेत कई नेता शामिल थे।
एसएडी सांसद सुप्रिया सुले ने जानकारी साझा करते हुए कहा कि, 10 पार्टियों से 15 सांसद गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे हैं।
दरअसल इससे पहले भी कई राजनीतिक पार्टी के नेता बॉर्डर पहुंच कर अपना समर्थन किसानों को दे चुके हैं जिसमें आरएलडी के जयंत सिंह और शिव सेना के संजय राउत भी शामिल है।
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