पटना,17 नवंबर 2020। अंतत: नीतीश कुमार ने बिहार के मुख्यमंत्री पद के लिए सातवीं बार शपथ ली है। गठबंधन के अजब गजब गठजोड़ में जिस जेडीयू के न...
पटना,17 नवंबर 2020। अंतत: नीतीश कुमार ने बिहार के मुख्यमंत्री पद के लिए सातवीं बार शपथ ली है। गठबंधन के अजब गजब गठजोड़ में जिस जेडीयू के नेता नीतीश कुमार मुख्यमंत्री का दायित्व सम्हाल रहे हैं,उस गठबंधन में जेडीयू का संख्या बल कम है। भाजपा 74 सीटों पर क़ाबिज़ है जबकि जेडीयू केवल 43 पर। आँकड़े बताते हैं कि जेडीयू को 28 सीटों का नुकसान हुआ है जबकि भाजपा को 21 सीटों का सीधा फ़ायदा। जेडीयू को जो नुकसान हुआ है उसमें लोजपा के चिराग़ पासवान की अहम भुमिका साबित हुई है।
तेजस्वी यादव के दल राजद को 75 सीटे मिली हैं। हालाँकि तेजस्वी यादव मतगणना को लेकर गंभीर आरोप लगा चुके हैं। पोस्टल बैलेट को लेकर तो मसला बक़ौल तेजस्वी कोर्ट की ओर बढ़ चला है। हिलसा समेत 11 सीटें ऐसी हैं जहां राजद के प्रत्याशी 12 मतों से लेकर 1800 के आसपास मतों से हारे हैं। कांग्रेस केवल 19 सीटों पर सिमटी हुई है, उसे 8 सीटों का नुक़सान हुआ है।
ज़ाहिर है अंतिम नतीजों के बाद भी बिहार में सियासी घमासान थम नहीं रहा है, और ये घमासान और तीखा होगा,इसका अंदाज नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण समारोह के ठीक बाद आई प्रतिक्रिया से मिलता है।
चिराग़ पासवान और तेजस्वी यादव ने जो लिखा है उसे यूँ तो शुभकामना कहा जाएगा लेकिन शब्दों को गौर से पढ़ें तो समझ आता है कि यह केवल शुभकामना नहीं है।
चिराग़ पासवान ने लिखा –
“आदरणीय नीतीश कुमार जी को फिर से मुख्यमंत्री बनने की बधाई। आशा करता हूँ सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी और आप NDA के ही मुख्यमंत्री बने रहेंगे”
इधर तेजस्वी यादव का ट्वीट कहता है –
“आदरणीय नीतीश कुमार जी को मुख्यमंत्री ‘मनोनीत’ होने पर शुभकामनाएँ। आशा करता हूँ कि कुर्सी की महत्वाकांक्षा की बजाय वो बिहार की जनाकांक्षा एवं NDA के 19 लाख नौकरी-रोजगार और पढ़ाई, दवाई, कमाई, सिंचाई, सुनवाई जैसे सकारात्मक मुद्दों को सरकार की प्राथमिकता बनायेंगे।”
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