रायपुर , खाद्य एवं संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने 7 नवम्बर को सरगुजा जिले के मैनपाट के कमलेश्वरपुर में हस्त शिल्प विकास बोर्ड द्वारा आयोज...
इस मौके पर
मंत्री भगत ने कहा कि पाट क्षेत्र ऊंचे स्थान को कहा जाता है और ऐसे ही ऊंचे स्थान
पर मैनपाट स्थित है। मैनपाट अपने भौगोलिक स्थिति के अनुसार विकास की ऊंचाई को
प्राप्त करेगा। पर्यटन विकास के लिए यहां ट्राईवल विलेज का निर्माण किया जा रहा
है। यहां आने वाले पर्यटकों को ठहरने के लिए उत्तम व्यवस्था होगी। इसके साथ ही
मैनपाट के सभी पर्यटन प्वांईट पर कल्चरल प्रोग्राम का आयोजन होगा जिससे पर्यटक
आकर्षित होंगे और मैनपाट की रौनक बढ़ेगी। इन कल्चरल प्रोग्राम के लिए निर्धारित
टिकट भी लगाएं जाएंगे जिससे स्थानीय लोगों को आय प्राप्त होगी।
मंत्री भगत ने कहा
कि मैनपाट को कामर्शियल हब बनाकर स्थानीय उत्पादों की ब्राडिंग की जाएगी। इसके साथ
ही यहां स्पीड मार्केट बनाने पर विचार किया जा रहा है। इस मार्केट में मैनपाट में
निर्मित समान उपलब्ध होंगे जिसे बाहर से आने वाले पर्यटक स्मृति के रूप में खरीद
कर साथ ले जाएंगे। इस काम में स्व सहायता समूह की महिलाओं केा जोड़ा जाएगा जिससे एक
बड़े तबके को रोजगार मिलेगा और आर्थिक रूप से सशक्त होगें। उन्होंने कहा कि सरगुजा
में आदिवासी संस्कृति का विशाल धरोहर है। इस धरोहर को जिंदा रखना होगा नहीं तो
धीरे-धीरे गांव की पहचान समाप्त हो जाएगी। संस्कृति को बचाने के लिए ग्राम उद्योग
विभाग को बडे पैमाने पर वाद्ययंत्र मांदर बनाने का जिम्मा दिया जाएगा। इसके बाद
क्षेत्र के सांस्कृतिक समूहों को मांदर का वितरण भी किया जाएगा।
खाद्य मंत्री ने
कहा कि कोरोना काल में लॉकडाउन की विपरीत परिस्थितियों में भी लोगों को खाद्यान्न
की कोई परेशानी नहीं हुई। लोगों को परेशानी न हो इसके लिए सूखा राशन पहुंचाने का
काम किया। इस अवसर पर ग्रामोद्योग विभाग के संचालक सुधाकर खलखों, जनपद अध्यक्ष उर्मिला खेस, उपाध्यक्ष आशा यादव, जिला पंचायत सदस्य सुनील बखला, जनपद सदस्य दुधनाथ यादव, तिलक बेहरा, अटल यादव,
सहित अन्य
जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीण उपस्थित थे।
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